एमसीयू / परीक्षा न दिलाए जाने से धरना दे रहीं छात्राओं से मिलने पहुंचीं प्रज्ञा ठाकुर, एनएसयूआई ने लगाए आपत्तिजनक नारे

एमसीयू / परीक्षा न दिलाए जाने से धरना दे रहीं छात्राओं से मिलने पहुंचीं प्रज्ञा ठाकुर, एनएसयूआई ने लगाए आपत्तिजनक नारे






 






भोपाल में बुधवार को सांसद प्रज्ञा ठाकुर का जमकर विरोध हुआ। एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के कार्यकर्ताओं ने सांसद के खिलाफ गो-बैक के नारे लगाए। प्रज्ञा ने कहा- ये एक सुनियोजित रणनीति के तहत देशद्रोहियों द्वारा किया जा रहा है। , कहा- गो-बैक



 


दरअसल, एमसीयू के बाहर मंगलवार रात से दो छात्राएं परीक्षा नहीं दिलाए जाने के विरोध में धरने पर बैठी गई थीं। बुधवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सांसद प्रज्ञा ठाकुर एमसीयू पहुंचीं। यहां सांसद के पहुंचने से पहले ही एनएसयूआई कार्यकर्ताओं आ गए और वे प्रज्ञा प्रज्ञा ठाकुर गो-बैक समेत कई आपत्तिजनकर नारे लगाने लगे। 


थोड़ी देर बाद प्रज्ञा छात्राओं के पास पहुंचीं। उनसे बातचीत की। एमसीयू के रैक्टर श्रीकांत सिंह ने आकर प्रज्ञा ठाकुर से बात की और फिर वे कुलपति दीपक तिवारी से फोन पर बात करने अंदर चले गए। इस दौरान प्रज्ञा ने कहा कि वे सिर्फ ये चाहती हैं कि बच्चियों को परीक्षा दिला दी जाए। रातभर से वे यहां बैठी हैं। जो भी कार्रवाई एमसीयू को करना है वो बाद में करती रहे। मैं इस मामले को लेकर अभी राज्यपाल से भी मिलने जा रही हूं।  इधर, प्रज्ञा जब रैक्टर श्रीकांत से बात कर रही थी तब भी एनएसयूआई के कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे। एनएसयूआई का कहना है कि वे भी चाहते हैं कि छात्राओं को परीक्षा दिलवाई जाए। लेकिन, प्रज्ञा ठाकुर जैसे आतंकवादी को विश्वविद्यालय में नहीं घुसने देंगे।


सांसद ने बच्चियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई


प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि जिस तरह का माहौल एमसीयू के सामने निर्मित हो रहा है इससे उन्हें बच्चियों की सुरक्षा की चिंता हो रही है। इस बीच उन्होंने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से छात्राओं को सुरक्षा मुहैया कराने कहा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि नारे लगाने वाले लोगों को यहां से हटाएं तब वे यहां से जाएंगी। कुछ पुलिसकर्मी एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से बात करने गए। लेकिन उन्होंने जाने से मना कर दिया। इस बीच प्रज्ञा को राजभवन से फोन आ गया और वे राज्यपाल से मिलने चलीं गईं।


मांगें मानीं, तब धरने से उठीं छात्राएं


इधर, एमसीयू प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में धरने पर बैठीं छात्राओं को समझाने का प्रयास किया। रैक्टर श्रीकांत ने छात्राओं से कहा कि कुलपति शहर से बाहर हैं। दो जनवरी को वह आएंगे। जब छात्राएं नहीं मानी तो रैक्टर समेत रजिस्ट्रार एवं एमसीयू के अन्य अफसर कैंपस में चले गए। उनके साथ पुलिस अफसर भी अंदर गए। थोड़ी देर बाद छात्राओं कैंपस में चर्चा करने बुलाया गया और समझाया गया। रैक्टर सिंह ने कहा कि आपका निष्कासन वापस लिया जा रहा है। चौथे सेमेस्टर में आपको फिर से एडमिशन लेना होगा। चौथे सेमेस्टर के साथ तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा देनी होगी। रैक्टर ने छात्राओं को लिखित में ये आश्वासन दिया है। इसके बाद छात्राएं मान गईं और आश्वासन का लेटर लेकर चली गईं। 


वापस आईं सांसद
राज्यपाल से मिलने के बाद प्रज्ञा ठाकुर एक बार फिर एमसीयू पहुंच गईं। उन्होंने छात्राओं से बात की ओर चली गईं। 


 


क्या है मामला


मंगलवार रात से मास्टर ऑफ मॉस कम्यूनिकेशन के तीसरे सेमेस्टर की दो छात्राएं मनु शर्मा और श्रेया पांडे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के मेन गेट के सामने धरने पर बैठी हैं। उनका आरोप है कि कक्षा में कम उपस्थिति बताकर उन्हें तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं देने से वंचित कर दिया गया है।