मनावर से कांग्रेस विधायक और जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरालाल अलावा ने भोपाल में चल रहे अतिथि विद्वानों के आंदोलन का समर्थन किया है। उन्होंने राज्य सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो जयस अतिथि विद्वानों के समर्थन में उनके साथ धरने पर बैठेगा।
शनिवार को जयस अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा शनिवार को अतिथि विद्वानों को समर्थन करने शाहजहांनी पार्क आए थे। उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वानों की मांगें जायज़ हैं। वह पिछले कई वर्षों से प्रदेश की उच्च शिक्षा की सेवा करते आए हैं। इस दौरान उनकी युवावस्था का बहुमूल्य समय पढ़ाने में गुजर गया और कई अतिथि विद्वान इस दौरान ओवर ऐज हो चुके है।
ऐसी स्थिति में उनके भविष्य की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने आगे कहा कि ये जिम्मेदारी ज्यादा महत्वपूर्ण तब हो जाती है, जब कांग्रेस पार्टी ने अपने वचनपत्र में अतिथि विद्वानों को नियमित करने का वचन भी दिया है।
40 दिन से चल रहा आंदोलन ऐतिहासिक
हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ वचन पत्र एवं अतिथि विद्वानों की मुद्दे पर गंभीर हैं, इसलिए उम्मीद करते हैं कि जल्द ही अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण का मुद्दा सुलझा लिया जाएगा। यदि ऐसा नही होता है तो जयस स्वयं इस आंदोलन में अतिथि विद्वानों के साथ बैठेगा। अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह ने कहा है कि लगातार 40 दिनों से चल रहा आंदोलन कई मायनों में ऐतिहासिक आंदोलन बन चुका है। इसके पूर्व इतनी लंबी अवधि तक कभी आंदोलन नही चलाया गया था। नियमितीकरण को चॉइस फिलिंग के नाम पर भ्रमित किया जा रहा है।